बुद्ध समृति पार्क
बैसाख पूर्णिमा के अवसर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल देवानन्द कुँअर की मौजूदगी में दलाई लामा ने बुद्ध पार्क का उदघाटन किया है। पार्क बीस एकड़ में फैला है। पांच ब्लॉक में साठ कमरों का ध्यान केन्द्र भी बनाया गया है। इसकी एक विशेषता बौद्ध परिक्रमा स्तूप है जो दो सौ फीट ऊंचा है। बुद्ध के अवशेष के लिए यहां बुलेट प्रूफ कमरा बनाया गया है। म्यांमार, श्रीलंका, कोरिया, जापान, थाईलैंड और तिब्बत से भगवान बुद्ध की अस्थियां मंगाई गयी हैं जो ढाई हज़ार साल पुरानी हैं। इन अस्थियों को बुद्ध की ज्ञान और कर्म भूमि पर प्रतिस्थापित किया गया। बुद्ध समृति पार्क ऐतिहासिक बांकीपुर सेन्ट्रल जेल के अवशेष पर बना है। यादगार के लिए जेल की एक दीवार और मीनार को सुरक्षित रखा गया है। बैसाख पूर्णिमा को गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। इस दिन का हिन्दू, बौद्ध और सिख के लिए खास महत्व है। इस मौके पर लोगों ने आज गंगा नदी में डुबकी लगायी ।